कविता [] राकेश सोहम

चुनाव आ गए 
---------------  
                     
वे फिर द्वारे आ गए
भैया चुनाव आ गए।

पिछले  बार  हंसे  थे
घर के भीतर घुसे थे
अम्मा के पाँव पड़े थे
बाद में कहाँ बिला गए ?

भैया चुनाव आ गए .......

अब की बार न भूलेंगे
आनंद के झूले झूलेंगे
दद्दा  जी  न  कूलेंगे
हाथ जोड़कर जता गए !

भैया चुनाव आ गए .......

Comments

  1. वे फिर द्वारे आ गए
    भैया चुनाव आ गए।

    पिछले बार हंसे थे
    घर के भीतर घुसे थे
    अम्मा के पाँव पड़े थे
    बाद में कहाँ बिला गए ?

    भैया चुनाव आ गए ....... बहुत खूब!

    ... एक बार फिर,
    एक बार फिर,
    ५ साल का फेरा

    ReplyDelete
    Replies
    1. धन्यवाद कविता जी
      जो कविता पसंद आई

      Delete
  2. Amazing blog and very interesting stuff you got here! I definitely learned a lot from reading through some of your earlier posts as well and decided to drop a comment on this one!

    ReplyDelete

Post a Comment

सुस्वागतम!!

Popular posts from this blog

रामेश्वरम में

इति सिद्धम

Bhairo Baba :Azamgarh ke

Most Read Posts

रामेश्वरम में

Bhairo Baba :Azamgarh ke

इति सिद्धम

Maihar Yatra

Azamgarh : History, Culture and People

पेड न्यूज क्या है?

...ये भी कोई तरीका है!

विदेशी विद्वानों के संस्कृत प्रेम की गहन पड़ताल

सीन बाई सीन देखिये फिल्म राब्स ..बिना पर्दे का

आइए, हम हिंदीजन तमिल सीखें