खेत नहीं थे तो बुजुर्ग ने छत पर उगा दी फसल, वैज्ञानिक भी हैरान
मुझे श्री भागीरथी बिसई जी के बारे में अपने स्तर से कोई जानकारी नहीं है. फेसबुक पर सतनाम भाई ने एक लिंक साझा किया है, उसी से उपलब्ध जानकारी आप तक पहुँचा रहा हूँ. -इष्ट देव नई दिल्ली ( 27 नवंबर ): एक 73 वर्षीय किसान किसान भागीरथी बिसई ने अपने घर की छत पर ही धान की खेती की है। दरअसल बिसई के पास खेत नहीं हैं। उन्होंने लीज पर खेत लेने के बजाय खुद ये नया तरीका इजाद कर लिया। खेती में छत गिर न जाए, इसके लिए उन्होंने छत पर रेत और सीमेंट की ढलाई तो कराई, लेकिन लोहे की छड़ के साथ बांस की लकड़ी लगवाई। उनका तर्क है कि बांस जल्दी नहीं सड़ता। बास के कारण सीलन की समस्या दूर हो गई। छत पर मिट्टी की छह इंच परत बिछाई गई है। वह परंपरागत किसान हैं। इस एक्सपेरिमेंट के लिए उन्होंने कोई ट्रेनिंग नहीं ली है। बिसई ने 2004 में एफसीआई से रिटायर होने के बाद 100 वर्गफीट में धान बोया और प्रयोग सफल रहा। फिर उन्होंने घर को दो मंजिला किया। तीन हजार वर्गफीट की छत पर छह इंच मिट्टी की परत बिछाई। अब वे तीन हजार वर्गफुट की छत पर ही खेती कर रहे हैं। साल में दो क्विंटल धान दो अलग-अलग किस्मों के साथ लेते हैं।